हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,इंटरनेशनल यूनियन आफ मुस्लिम स्कॉलर्स ने एक बयान जारी करते हुए इजरायल के साथ कुछ अरब देशों ने इज़रायल के साथ सम्बंध सामान्य करने के प्रयासों की निंदा की है और इसे गैरकानूनी घोषित किया है।
इंटरनेशनल यूनियन आफ मुस्लिम स्कॉलर्स के
महासचिव शेख अली कुरा दागी ने हस्ताक्षरित कर के एक बयान जारी किया हैं। कि इज़रायल गठबंधन ने संयुक्त अरब अमीरात और मराकिश जैसे कुछ अरब देशों के इज़रायल के साथ संबंधों को सामान्य बनाने के प्रयासों की निंदा की है। और इसे हरामे शरई करार देने के साथ-साथ इसे फिलिस्तीनी लोगों के हक से विश्वासघात बतया है।
यूनियन ऑफ मुस्लिम स्कॉलर ने मस्जिदे अल अक्सा और फिलीस्तीन के साथ अपनी मुसलसल बेवकूफी को दिखाया है,
और इजरायली सरकार के किसी भी देश या समूह के साथ संबंधों को सामान्य करने का विरोध किया है।
यूनियन ऑफ मुस्लिम स्कॉलर ने मस्जिदे अल अक्सा और कुद्स ने सभी भौतिक और शारीरिक प्रयासों सहित सभी क्षेत्रों को इजराइल से मुक्त कराने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे,
उल्लेखनीय है कि हाल के समय में अरब देशों ने यूए, मराकिश, बहरीन, सुदान, मिस्र और जॉर्डन ने इजरायल के साथ संबंध सामान्य करने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
समाचार कोड: 374786
29 नवंबर 2021 - 21:01
हौज़ा/ इंटरनेशनल यूनियन आफ मुस्लिम स्कॉलर्स (International Union of Muslim Scholars) ने कुछ अरब देशों ने इज़रायल के साथ संबंधों की निंदा करते हुए इसे अवैध घोषित किया है।